मन के अहसास......!!

शायद इस बार मे बहुत अलग महसूस कर रहा हूँ, मुश्किल में हूँ शायद,
नही जानता इससे बाहर निकलने में रास्ता,
नही जानता आगे क्या होने वाला है,
नही जानता कब तक ऐसा चलने वाला है,
लेकिन एक बात जरूर जनता हूँ,
जो मेरे मन के अंदर चल रहा है अभी,
उसे तो पूरा जरूर करूँगा,
हाँ अभी खटक रहा हूँ सबको में नजरो में,
अभी सबको में बेकार नजर आ रहा हूँ,
बिना काम के समान की तरह भंगार नजर आ रहा हूँ,
सबको लग रहा है कि मैं कुछ नही कर पाऊंगा,
ऐसा ही रह जाऊंगा,
लेकिन,
लेकिन,
लेकिन,
मत भूलो,
तुम सबके जीवन मे भी ऐसा दौर आया होगा,
जब तुमको भी मिली होगी चारो तरफ से असफलताएं,
मिली होगी हर तरफ से निराशाएं,
हर एक उम्मीद टूटी होगी,
बिखरा होगा जब खवाब तुम्हारा,
याद करो उस वक़्त,
तुम्हे किस विचारो ने घेरा था,
किसने तुम्हे हौसले की किरण दिखाई थी,
किसने तुम्हारे मन मे उम्मीद की किरण जगाई थी,
याद आया ना,
बस,
इतना ही,
इतना ही, चल रहा है,
मेरा वक़्त बुरा चल रहा है,
इसलिए खटक रहा हूँ सबको में नजरो में,
लेकिन वक़्त बदलेगा,
ओर में खुद इस वक़्त को बदलूंगा,
आज चुप हूँ,
सुन रहा हूँ, सबको,
नाम अपने जेहन में सबका लिख रहा हूँ,
अब सबकी असली पहचान हो रही है,
किसकी कैसी फितरत है जान पा रहा हूँ,
कौन क्या सोचता है मेरे बारे में,
ये खुल कर सुन पा रहा हूँ,
आज खुले आम मुझे नीचा दिखाया जा रहा है,
लेकिन अब ओर नही,
सबको जवाब दूंगा,
करारा जवाब दूंगा,
बस कुछ दिन ओर,
मैं वो काम कर करूँगा जिसका
किसी ने अंदाज़ भी नही किया होगा,
सबको जवाब दूंगा,
मैं वो बन कर दिखाऊंगा,
जो किसी ने सपने में भी नही सोचा होगा,
मेरा नाम खुद के नाम से जोड़ने से ही
तुम्हारे नाम का गौरव बढेगा,
सब चाहोगे मुझसे मिलना,
मेरे साथ बात करता,
वक़्त गुजरना,
सबको गर्व होगा,
बहुत जल्दी वो दिन आएगा,
जब मेरा नाम लेने में सबको गर्व होगा,
जिनकी नजरो में आज में खटक रहा हूँ,
वो भी बड़े गर्व से कहेंगे ये मेरा सगा है,
तुम सब मुझसे रिश्ता जोड़ना चाहोगे,
मैं अभी थका नही हूँ,
मैं अभी रुका नही हूँ,
बस अभी शांत हूँ,
अभी में थोड़ा शांत हूँ,
मुश्किले है अभी मेरे सामने,
चुनोतियाँ भी है बहुत,
सबसे बाहर निकल जाऊंगा,
बहुत जल्दी मैं सफल हो जाऊंगा,
बस में सफल हो गया.....!!

इस छोटी सी हार ने सबकी औकात दिखा दी,
कौन अपना है कौन पराया सबकी पहचान करा दी...!!

पंखराज....!!

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