फिर मिलने का हर अरमान अब फना हो गया....!!

अब क्या कहू यार की ये क्या हो गया
क्या हुई वजह जो वो ख़फ़ा हो गया....!!

हज़ार ही बातें मेरी... नापसंद है उसे
जाने आज किस बात पे रुसवा हो गया....!!

दूरियां आ गयी दरमियां पर ये करम रहा,
ख़ामोशी ख़ामोशी में ही वो जुदा हो गया....!!

वो रोया तो अश्को को पलकों पर संभाला मैंने
मैं दिल ही दिल नम रहा, शायद गुनाह हो गया....!!

अब कोई सूरत न रही कि मिल जाऊ उस से मैं
लगता हैं आज सच में मुझसे वो जुदा हो गया....!!

पँखराज मुड़कर देखा भी नही उसने जाते जाते,
फिर मिलने का हर अरमान अब फना हो गया....!!

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