संदेश

वफाओ के तराजू में मुझे वो तोल ना पायी....!!

वो जो ये कह रही है ज़माने से अब....!!

माँ....!!

गुलाबो की तरह तुम भी चमन महक दिया करना...!!

अपने माँ बाप का हर गम खरीद सकता हूँ....!!

मैं तेरा नाम ज़माने को बताऊँ कैसे....!!

बैठ तन्हाई में वो गीत मेरे गाती है....!!

उसने भी याद किया हिचकिया बताती है....!!

मुझे फिर से महोब्बत में रुलाने के लिए आये....!!